Sunday, December 30, 2018





जनपद लखीमपुर खीरी के कस्बा बरवर में जिओ टेक के नाम पर हो रही अवैध वसूली सत्तर ₹70000 मांगे जा रहे हैं कॉलोनी के नाम पर रुपए भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं हो रही बरवर कस्बे में पार आखिर बरवर कस्बे की कोई क्यों नहीं लेने वाला है शुद्ध आखिर क्या कारण है और क्या है इसके पीछे रहस्य बरवर नगर पंचायत में कॉलोनी  बड़े पैमाने पर आई हैं तो बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का ग्रहण भी लगा हुआ है बताते चलें कस्बा बरवर के मोहल्ला कोट के निवासी मजुल्ला की कॉलोनी आई हुई है जिसका प्रथम किस्त ₹50000 और दूसरी किस्त डेढ़ लाख रुपए आया जिस पर जियो टैग कर रहे तिवारी और रस्तोगी नाम के व्यक्तियों ने लाभार्थी से ₹70000 की घूस मांगी और कहा नहीं दोगे तो  तुम्हें जेल भेज दिया जाएगा तुम्हारे खिलाफ कार्रवाई की जाएगी तुम्हारी कॉलोनी भी वापस कर दी जाएगी लाभार्थी को लगातार धमकियां दी जा रही हैं लाभार्थी भयभीत है आखिर क्यों बरवर नगर पंचायत में इतना भ्रष्टाचार फैला हुआ है कि कोई सुध लेने वाला नहीं है फिलहाल नगर पंचायत बरवर कस्बा भ्रष्टाचार के नंबर में लगातार अखबारों की सुर्खियां सोशल मीडिया समाचार न्यूज़ चैनल पर बना रहता है ना इसकी कोई आला अधिकारी सुनते हैं और ना आला अधिकारी  संज्ञान में लेते हैं जिस का रहस्य बरवर नगर पंचायत में बना हुआ है सूत्रों की माने तो इसके तार कहीं आला अधिकारियों से तो जुड़े हुए नहीं हैं सूत्रों के मुताबिक आला अधिकारियों तक पैसा जाने की खबर आ रही है इसीलिए कोई इस पर कार्यवाही करने के लिए तैयार नहीं होता है
जनपद लखीमपुर खीरी से रफीक खान की रिपोर्ट
Gndnews

Wednesday, December 19, 2018

सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
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कच्ची शराब के धंधे के लिए बदनाम हैदराबाद इलाके में तीन लोगों की मौत हो गई। गांव भदैंया में मंगलवार को मुंडन की दावत में पहुंचे दो रिश्तेदारों और बच्चे के पिता की मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि तीनों ने दोपहर में कच्ची शराब पी थी। वही उनके लिए जहरीली साबित हुई। डीएम का दावा है कि पोस्टमार्टम में अल्कोहल की पुष्टि नहीं हुई है।भदैंया निवासी राकेश उर्फ राजू (35) के लड़के का मुंडन सोमवार को मैलानी स्थित धर्मस्थल मड़हा बाबा पर हुुआ था। वहां भंडारे के बाद सभी लोग शाम सात बजे वापस भदैंया आ गए। राकेश का साढ़ू अजयपाल (26) निवासी गांव फूलबेहड़ और साला सुशील (30) निवासी गांव भूपतिपुर सोमवार शाम को राकेश के घर पहुंच गए।

मंगलवार की सुबह आलू-गोभी की सब्जी और पूड़ी बनी, जिसे सभी रिश्तेदारों ने खाया। परिजनों के अनुसार तभी राकेश, अजयपाल और सुशील ने शराब पी थी। दोपहर में ही अजयपाल और सुशील बाइक से अपने-अपने गांव चले गए। इसके बाद मंगलवार की शाम को सबसे पहले सुशील की हालत बिगड़ी तो उसे लखीमपुर के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां रात करीब आठ बजे उसने दम तोड़ दिया।

उधर, अजय की भी हालत बिगड़ने पर निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। बुधवार सुबह तड़के तीन बजे उसकी मौत हो गई। इस बीच राकेश उर्फ राजू की बुधवार तड़के तीन बजे हालत बिगड़ गई।

प्रशासन लीपापोती में जुटा

पत्नी मीना देवी के मुताबिक वह पति को मोहम्मदी के अस्पताल ले जा रही थीं, तभी रास्ते में उनकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि कच्ची शराब के अत्यधिक सेवन से तीनों की मौत हुई है। हालांकि पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने के कारण विसरा सुरक्षित रख लिया गया।

डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया है कि उनकी पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर से बात हुई है, लेकिन अल्कोहल की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, एसपी पूनम ने कहा है कि शराब पीने से मौत नहीं हुई है। मामले की जांच कराई जा रही है। उन्होंने बुधवार सुबह फूड प्वाइजनिंग का भी शक जताया था, मगर शाम को ऐसा कुछ नहीं बोला।

जिला आबकारी अधिकारी संजय त्रिपाठी ने बताया कि सूचना मिलने पर सुशील के घर आबकारी निरीक्षक को भेजा गया था, लेकिन वहां परिजन नहीं मिले। उन्होंने कहा कि कच्ची शराब पीने की बात सामने आ रही है। मामले की जांच के लिए आबकारी निरीक्षक को भदैंया गांव भेजा जाएगा। मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।
तेंदुए को पिंजरे में कैद कर जंगल में छोड़ा
धौरहरा (लखीमपुर खीरी)। कर्तनियाघाट वन्यजीव विहार जंगल से निकलकर धौरहरा रेंज में पिछले एक माह में 10 से अधिक बकरियों को निवाला बनाने वाला तेंदुआ आखिरकार रामपुर रेतिया गांव में पकड़ लिया गया। तेंदुआ वन विभाग के लगाए पिंजड़े में फंस गया। चार डॉक्टरों के पैनल से तेंदुए का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उसे दुधवा टाइगर रिजर्व जंगल में आजाद कर दिया गया। 
दुधवा टाइगर रिजर्व बफर जोन के उपनिदेशक डॉ. अनिल कुमार पटेल ने बताया कि कर्तनियाघाट वन्यजीव विहार से निकलकर एक तेंदुआ पिछले करीब एक माह से धौरहरा रेंज के रामपुर रेतिया गांव में सक्रिय था। इस दौरान तेंदुआ ने गांव और आसपास के क्षेत्र में 10 से अधिक पालतू बकरियों को अपना निवाला बनाया। गांव के लोगों को तेंदुए से सुरक्षित रखने के लिए लोगों को जागरूक किया गया। तेंदुआ आबादी के निकट न आए इसके लिए गांव में फॉक्स लाइट लगाई गईं। हांका लगाकर तेंदुए को जंगल भेजने का प्रयास किया गया लेकिन वन विभाग को इसमें सफलता नहीं मिली। 
सभी प्रयास विफल होने के बाद दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर रमेश कुमार पांडेय के निर्देश पर तेंदुआ की सक्रियता वाली जगह पर रविवार को पिंजड़ा लगाया गया जिसमें बकरी बांधी गई। सोमवार की रात तेंदुआ पिंजड़े में कैद हो गया। मंगलवार को चार डाक्टरों के पैनल ने तेंदुए का स्वास्थ्य परीक्षण किया। इस पैनल में उपमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी धौरहरा डॉ. मुकेश गुप्ता, पशु चिकित्सा अधिकारी रमियाबेहड़ डॉ. साकेत यादव, डब्ल्यूटीआई के डॉ. अखिलेश और दक्ष गंगवार शामिल थे। स्वास्थ्य परीक्षण में तेंदुआ पूरी तरह स्वस्थ पाया गया। नर तेंदुए की उम्र पांच से छह साल है। यह पूरा अभियान रेंजर धौरहरा अनिल शाह के नेतृत्व में चला। 
पशु चिकित्सकों से तेंदुए के पूरी तरह फिट होने का प्रमाणपत्र मिलने के बाद प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) की अनुमति से तेंदुए को दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगल में स्वच्छंद विचरण के लिए मंगलवार देर शाम आजाद कर दिया गया। तेंदुए को आजाद करते समय दुधवा टाइगर रिजर्व बफर जोन के उपनिदेशक डॉ. अनिल कुमार पटेल, रेंजर धौरहरा अनिल शाह, रेंजर उत्तर सोनारीपुर, रेंजर दक्षिण सोनारीपुर, डब्ल्यूटीआई के डॉ. दक्ष गंगवार, डॉ. अखिलेश आदि मौजूद रहे।
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पलियाकलां (लखीमपुर खीरी)। दुधवा नेशनल पार्क सैलानियों को खूब भा रहा है इसका प्रमाण भी लगातार मिल रहा है। शुरूआती दौर में ही यहां सैलानियों का तांता लगा हुआ है। देशी के साथ विदेशी सैलानी भी यहां का रूख कर रहे हैं। इन सैलानियों को सबसे ज्यादा गैंडा दर्शन भा रहा है। जिसको लेकर सैलानी काफी उत्साहित होकर गैंडों का दर्शन कर रहे हैं। वहीं सैलानियों के इस भ्रमण में बाघ के दर्शन भी चार चांद लगा रहे हैं। जिससे यहां सैलानियों की आवाजाही बनी हुई वहीं पार्क प्रशासन भी इससे काफी खुश नजर आ रहा है। 
दुधवा नेशनल पार्क के नवीन पर्यटन सत्र का शुभारंभ 15 नवंबर को हुआ था। जिसके बाद से ही सैलानियों का तांता यहां लगने लगा था। सैलानियों की संख्या देखकर ऐसा लग रहा है कि मानो सभी इंतजार में बैठे हुए हों कि कब दुधवा पार्क खुले और वे वहां पहुंचे। शुरूआती एक महीने में जहां 3418 सैलानियों ने पार्क का भ्रमण किया था। वहीं अब भी सैलानियों की आवाजाही पार्क में बनी हुई है। इसका सबसे बड़ा कारण गैंडा दर्शन माना जा रहा है। सैलानियों को गैंडा दर्शन काफी भा रहा है तथा स्वच्छंद विचरण करते हुए गैंडों को देखकर वह उत्साहित भी हो रहे हैं। दुधवा के अलौकिक वातावरण को देखने के साथ ही बाघ के हो रहे दीदार से भी सैलानियों में काफी खुशी है। सैलानियों की आमद से दुधवा प्रशासन में भी काफी खुशी का माहौल है। पार्क प्रशासन को उम्मीद है कि इस पर्यटन सत्र में अच्छा राजस्व प्राप्त होगा। 
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बेहतर दुधवा की कोशिशों में कामयाब नजर आ रहा पार्क प्रशासन 
सैलानियों को बेहतर सुविधा देने के साथ ही यहां की व्यवस्थाओं को देखते हुए लग रहा है कि बेहतर दुधवा की कोशिशों में पार्क प्रशासन काफी कामयाब नजर आ रहा है। पार्क अधिकारियों के मुताबिक सैलानी अतिथि हैं और उनकी हर सुविधा का ख्याल रखा जाएगा। टैक्सी, गाइड, सुरक्षा आदि की बेहतरी के लिए भी कदम उठाने के बाद कुछ हद तक सुविधाओं को सही माना जा रहा है।

GND news

पलियाकलां (लखीमपुर खीरी)। दुधवा नेशनल पार्क सैलानियों को खूब भा रहा है इसका प्रमाण भी लगातार मिल रहा है। शुरूआती दौर में ही यहां सैलानियों का तांता लगा हुआ है। देशी के साथ विदेशी सैलानी भी यहां का रूख कर रहे हैं। इन सैलानियों को सबसे ज्यादा गैंडा दर्शन भा रहा है। जिसको लेकर सैलानी काफी उत्साहित होकर गैंडों का दर्शन कर रहे हैं। वहीं सैलानियों के इस भ्रमण में बाघ के दर्शन भी चार चांद लगा रहे हैं। जिससे यहां सैलानियों की आवाजाही बनी हुई वहीं पार्क प्रशासन भी इससे काफी खुश नजर आ रहा है। 
दुधवा नेशनल पार्क के नवीन पर्यटन सत्र का शुभारंभ 15 नवंबर को हुआ था। जिसके बाद से ही सैलानियों का तांता यहां लगने लगा था। सैलानियों की संख्या देखकर ऐसा लग रहा है कि मानो सभी इंतजार में बैठे हुए हों कि कब दुधवा पार्क खुले और वे वहां पहुंचे। शुरूआती एक महीने में जहां 3418 सैलानियों ने पार्क का भ्रमण किया था। वहीं अब भी सैलानियों की आवाजाही पार्क में बनी हुई है। इसका सबसे बड़ा कारण गैंडा दर्शन माना जा रहा है। सैलानियों को गैंडा दर्शन काफी भा रहा है तथा स्वच्छंद विचरण करते हुए गैंडों को देखकर वह उत्साहित भी हो रहे हैं। दुधवा के अलौकिक वातावरण को देखने के साथ ही बाघ के हो रहे दीदार से भी सैलानियों में काफी खुशी है। सैलानियों की आमद से दुधवा प्रशासन में भी काफी खुशी का माहौल है। पार्क प्रशासन को उम्मीद है कि इस पर्यटन सत्र में अच्छा राजस्व प्राप्त होगा। 
बेहतर दुधवा की कोशिशों में कामयाब नजर आ रहा पार्क प्रशासन 
सैलानियों को बेहतर सुविधा देने के साथ ही यहां की व्यवस्थाओं को देखते हुए लग रहा है कि बेहतर दुधवा की कोशिशों में पार्क प्रशासन काफी कामयाब नजर आ रहा है। पार्क अधिकारियों के मुताबिक सैलानी अतिथि हैं और उनकी हर सुविधा का ख्याल रखा जाएगा। टैक्सी, गाइड, सुरक्षा आदि की बेहतरी के लिए भी कदम उठाने के बाद कुछ हद तक सुविधाओं को सही माना जा रहा है।
पलियाकलां (लखीमपुर खीरी)। दुधवा नेशनल पार्क सैलानियों को खूब भा रहा है इसका प्रमाण भी लगातार मिल रहा है। शुरूआती दौर में ही यहां सैलानियों का तांता लगा हुआ है। देशी के साथ विदेशी सैलानी भी यहां का रूख कर रहे हैं। इन सैलानियों को सबसे ज्यादा गैंडा दर्शन भा रहा है। जिसको लेकर सैलानी काफी उत्साहित होकर गैंडों का दर्शन कर रहे हैं। वहीं सैलानियों के इस भ्रमण में बाघ के दर्शन भी चार चांद लगा रहे हैं। जिससे यहां सैलानियों की आवाजाही बनी हुई वहीं पार्क प्रशासन भी इससे काफी खुश नजर आ रहा है। 
दुधवा नेशनल पार्क के नवीन पर्यटन सत्र का शुभारंभ 15 नवंबर को हुआ था। जिसके बाद से ही सैलानियों का तांता यहां लगने लगा था। सैलानियों की संख्या देखकर ऐसा लग रहा है कि मानो सभी इंतजार में बैठे हुए हों कि कब दुधवा पार्क खुले और वे वहां पहुंचे। शुरूआती एक महीने में जहां 3418 सैलानियों ने पार्क का भ्रमण किया था। वहीं अब भी सैलानियों की आवाजाही पार्क में बनी हुई है। इसका सबसे बड़ा कारण गैंडा दर्शन माना जा रहा है। सैलानियों को गैंडा दर्शन काफी भा रहा है तथा स्वच्छंद विचरण करते हुए गैंडों को देखकर वह उत्साहित भी हो रहे हैं। दुधवा के अलौकिक वातावरण को देखने के साथ ही बाघ के हो रहे दीदार से भी सैलानियों में काफी खुशी है। सैलानियों की आमद से दुधवा प्रशासन में भी काफी खुशी का माहौल है। पार्क प्रशासन को उम्मीद है कि इस पर्यटन सत्र में अच्छा राजस्व प्राप्त होगा। 
बेहतर दुधवा की कोशिशों में कामयाब नजर आ रहा पार्क प्रशासन 
सैलानियों को बेहतर सुविधा देने के साथ ही यहां की व्यवस्थाओं को देखते हुए लग रहा है कि बेहतर दुधवा की कोशिशों में पार्क प्रशासन काफी कामयाब नजर आ रहा है। पार्क अधिकारियों के मुताबिक सैलानी अतिथि हैं और उनकी हर सुविधा का ख्याल रखा जाएगा। टैक्सी, गाइड, सुरक्षा आदि की बेहतरी के लिए भी कदम उठाने के बाद कुछ हद तक सुविधाओं को सही माना जा रहा है।
पलियाकलां (लखीमपुर खीरी)। दुधवा नेशनल पार्क सैलानियों को खूब भा रहा है इसका प्रमाण भी लगातार मिल रहा है। शुरूआती दौर में ही यहां सैलानियों का तांता लगा हुआ है। देशी के साथ विदेशी सैलानी भी यहां का रूख कर रहे हैं। इन सैलानियों को सबसे ज्यादा गैंडा दर्शन भा रहा है। जिसको लेकर सैलानी काफी उत्साहित होकर गैंडों का दर्शन कर रहे हैं। वहीं सैलानियों के इस भ्रमण में बाघ के दर्शन भी चार चांद लगा रहे हैं। जिससे यहां सैलानियों की आवाजाही बनी हुई वहीं पार्क प्रशासन भी इससे काफी खुश नजर आ रहा है। 
दुधवा नेशनल पार्क के नवीन पर्यटन सत्र का शुभारंभ 15 नवंबर को हुआ था। जिसके बाद से ही सैलानियों का तांता यहां लगने लगा था। सैलानियों की संख्या देखकर ऐसा लग रहा है कि मानो सभी इंतजार में बैठे हुए हों कि कब दुधवा पार्क खुले और वे वहां पहुंचे। शुरूआती एक महीने में जहां 3418 सैलानियों ने पार्क का भ्रमण किया था। वहीं अब भी सैलानियों की आवाजाही पार्क में बनी हुई है। इसका सबसे बड़ा कारण गैंडा दर्शन माना जा रहा है। सैलानियों को गैंडा दर्शन काफी भा रहा है तथा स्वच्छंद विचरण करते हुए गैंडों को देखकर वह उत्साहित भी हो रहे हैं। दुधवा के अलौकिक वातावरण को देखने के साथ ही बाघ के हो रहे दीदार से भी सैलानियों में काफी खुशी है। सैलानियों की आमद से दुधवा प्रशासन में भी काफी खुशी का माहौल है। पार्क प्रशासन को उम्मीद है कि इस पर्यटन सत्र में अच्छा राजस्व प्राप्त होगा। 
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बेहतर दुधवा की कोशिशों में कामयाब नजर आ रहा पार्क प्रशासन 
सैलानियों को बेहतर सुविधा देने के साथ ही यहां की व्यवस्थाओं को देखते हुए लग रहा है कि बेहतर दुधवा की कोशिशों में पार्क प्रशासन काफी कामयाब नजर आ रहा है। पार्क अधिकारियों के मुताबिक सैलानी अतिथि हैं और उनकी हर सुविधा का ख्याल रखा जाएगा। टैक्सी, गाइड, सुरक्षा आदि की बेहतरी के लिए भी कदम उठाने के बाद कुछ हद तक सुविधाओं को सही माना जा रहा है।
पलियाकलां (लखीमपुर खीरी)। दुधवा नेशनल पार्क सैलानियों को खूब भा रहा है इसका प्रमाण भी लगातार मिल रहा है। शुरूआती दौर में ही यहां सैलानियों का तांता लगा हुआ है। देशी के साथ विदेशी सैलानी भी यहां का रूख कर रहे हैं। इन सैलानियों को सबसे ज्यादा गैंडा दर्शन भा रहा है। जिसको लेकर सैलानी काफी उत्साहित होकर गैंडों का दर्शन कर रहे हैं। वहीं सैलानियों के इस भ्रमण में बाघ के दर्शन भी चार चांद लगा रहे हैं। जिससे यहां सैलानियों की आवाजाही बनी हुई वहीं पार्क प्रशासन भी इससे काफी खुश नजर आ रहा है। 
दुधवा नेशनल पार्क के नवीन पर्यटन सत्र का शुभारंभ 15 नवंबर को हुआ था। जिसके बाद से ही सैलानियों का तांता यहां लगने लगा था। सैलानियों की संख्या देखकर ऐसा लग रहा है कि मानो सभी इंतजार में बैठे हुए हों कि कब दुधवा पार्क खुले और वे वहां पहुंचे। शुरूआती एक महीने में जहां 3418 सैलानियों ने पार्क का भ्रमण किया था। वहीं अब भी सैलानियों की आवाजाही पार्क में बनी हुई है। इसका सबसे बड़ा कारण गैंडा दर्शन माना जा रहा है। सैलानियों को गैंडा दर्शन काफी भा रहा है तथा स्वच्छंद विचरण करते हुए गैंडों को देखकर वह उत्साहित भी हो रहे हैं। दुधवा के अलौकिक वातावरण को देखने के साथ ही बाघ के हो रहे दीदार से भी सैलानियों में काफी खुशी है। सैलानियों की आमद से दुधवा प्रशासन में भी काफी खुशी का माहौल है। पार्क प्रशासन को उम्मीद है कि इस पर्यटन सत्र में अच्छा राजस्व प्राप्त होगा। 
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बेहतर दुधवा की कोशिशों में कामयाब नजर आ रहा पार्क प्रशासन 
सैलानियों को बेहतर सुविधा देने के साथ ही यहां की व्यवस्थाओं को देखते हुए लग रहा है कि बेहतर दुधवा की कोशिशों में पार्क प्रशासन काफी कामयाब नजर आ रहा है। पार्क अधिकारियों के मुताबिक सैलानी अतिथि हैं और उनकी हर सुविधा का ख्याल रखा जाएगा। टैक्सी, गाइड, सुरक्षा आदि की बेहतरी के लिए भी कदम उठाने के बाद कुछ हद तक सुविधाओं को सही माना जा रहा है।
Gnd news ajeet
शाहजहांपुर, बरेली, सैफई और गोला की टीमें रहीं विजयी
गोला गोकर्णनाथ। कृषक समाज इंटर कॉलेज के मैदान पर हो रहे 56वें प्रादेशिक हाकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन चार मैच खेले गए, जिसमें शाहजहांपुर, बरेली, सैफई और गोला की टीम विजयी रही। 
कृषक समाज इंटर कॉलेज के मैदान पर टूर्नामेंट के मैचों का शुभारंभ मुख्य अतिथि नारायण लाल वर्मा, प्रधानाचार्य डॉ. लखपत राम वर्मा, मधुसूदन गिरि ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर कराया। 
प्रादेशिक हाकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन का पहला मैच हॉकी जलालाबाद और जीएफ कॉलेज शाहजहांपुर के मध्य खेला गया, जिसमें 27 वें मिनट में शाहजहांपुर के अलम्स और 59 वें मिनट में सूरज ने अपनी टीम के लिए दूसरा गोल किया। इसके साथ ही जीएफ कॉलेज शाहजहांपुर की टीम 2-0 विजय हुई। 
दूसरा मैच आकांक्षा हाकी अकेडमी बिजनौर और गुरु नानक हॉकी क्लब बरेली के बीच हुआ। दोनों टीमें कड़े मुकाबले के बीच निर्धारित समय में कोई गोल न कर सकीं। पेनाल्टी शूटआउट में बरेली ने 3-2 से जीत दर्ज की। तीसरे मैच यंग मैन हॉकी क्लब रामपुर और ध्यानचंद स्पोर्ट्स क्लब सैफई के मध्य खेला गया। जिसमें छठवें मिनट में सैफई के खिलाड़ी फहद खान ने फील्ड गोल किया, सातवें मिनट में सैफई के ही खिलाड़ी दीपक पटेल, 18 वें मिनट में मोहित ने, 29 और 39 वें मिनट में दीपक पटेल ने फील्ड गोल कर सैफई टीम को 6 -0 से जीत दिलाई। 
चौथा मैच डीएचए गोरखपुर और ध्यानचंद क्लब गोला के मध्य हुआ, 25 वें मिनट में गोला के खिलाड़ी विशांत सिंह ने फील्ड गोल किया, 30 और 33 वें मिनट में गोला के ही शिवम भारद्वाज ने लगातार दो गोल कर गोला टीम को 3-0 से विजय दिलाई। अंपायरिंग खुर्शीद, रवि जायसवाल, ऋषि कुमार, मनीष कुमार द्विवेदी, मोहम्मद तारिक की। टेक्निकल टेबल पर राजेंद्र निषाद, राजर्षि शुक्ल, कौशल किशोर निर्णायक रहे। कमेंट्री आशीष पांडे ने की। इस मौके पर अनंतप्रकाश सरोज, श्याममूर्ति शुक्ला, ओम प्रकाश, धर्मराज वर्मा, सरोज कुमार वर्मा, इंद्रसेन वर्मा, रामनरेश वर्मा, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. सूर्य प्रकाश, बालकृष्ण मिश्र आदि मौजूद रहे। 
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टूर्नामेंट का क्वार्टर फाइनल आज 
प्रादेशिक हाकी टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में चार मैच होंगे, जिसमें पहला मैच केडी सिंह बाबू सोसाइटी लखनऊ और जीएफ कॉलेज शाहजहांपुर, दूसरा मैच गुरुनानक हाकी क्लब बरेली और हाकी क्लब फर्रुखाबाद, तीसरा मैच ध्यानचंद स्पोर्ट कॉलेज सैफई और स्टार इलेवन बलरामपुर, चौथ मैच ध्यानचंद हाकी क्लब गोला और हाकी क्लब गाजियाबाद के बीच खेला जाएगा।


अजीत सिंह सैनी gnd news .... भीखमपुर (लखीमपुर खीरी)। मितौली थाना क्षेत्र के गांव रतहरा में प्रेमी युगल के शव पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार रात 11 बजे गांव पहुंचे। बुधवार को गमगीन माहौल में दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। युवती के शव का दाह संस्कार, जबकि युवक को दफनाकर अंतिम संस्कार किया गया। 
ग्राम पंचायत ग्रंट इनायतचीफ के गांव रतहरा में बुधवार को दिन भर मातम पसरा रहा। आंखों के सामने खेलते बड़े हुए युवक-युवती की ऐसी मौत से हर कोई हैरान था। जैसे-तैसे परिवार वालों ने अंतिम संस्कार के इंतजाम किए। आरती को उसके परिजनों ने 11 बजे मुखाग्नि देकर दाह संस्कार किया। वहीं दूसरी ओर प्रेमी महावीर मौर्य के शव को घरवालों ने बाग में दफनाकर अंतिम संस्कार किया। दोनों के अंतिम संस्कार में गांव और क्षेत्र के तमाम लोग मौजूद रहे। मृतक महावीर के परिजनों ने बताया कि दोनों कभी एक साथ नही पढ़े और न ही आरती के पास मोबाइल था। आरती की शादी की बात पक्की होने के बाद गोदभराई भी हो गई थी। दोनों की आत्महत्या करने की कहानी गांव में लोगों के गले नहीं उतर रही। सवाल यह उठता है कि लड़की के पिता रविंद्र वर्मा का कहना है कि महावीर ने 10 दिन पहले ही हमारे पड़ोस में ममेरे भाई के यहां छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया था। तो क्या 10 दिन में दोनों के बीच प्रेम इस कदर परवान चढ़ गया कि एक साथ मरने की ठान ली। इसके बाद बिरादरी के डर से आत्महत्या करने की गलती कर बैठे। वहीं सवाल यह भी उठता है कि दोनों छिपकर कहां मिलते थे, क्योंकि दोनों को मिलते हुए गांव में किसी ने नहीं देखा। गांव वालों की मानें तो महावीर में कोई खुराफात नहीं थी। वह व्यवहार कुशल था। वहीं दूसरी ओर आरती भी कभी घर से ज्यादा नहीं निकलती थी। सोमवार को वह घर से शाम को निकलकर दरवाजे के सामने शौचालय जाने की बात कहकर गई थी, जहां से लौटकर नहीं आई। 
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मृतक से मिला मोबाइल पुलिस के कब्जे में 
मृतक महावीर की जेब से मोबाइल मिला था, जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। सीओ मितौली प्रदीप सिंह ने बताया कि मोबाइल की जांच से शायद कोई बात पता चले, जिससे मौत की गुत्थी के अनछुए पहलू उजागर हो सकें।
लखीमपुर खीरी / जिले के पसगवां थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे 24 पर दो डीसीएम की आपस में हुई भिड़ंत के चलते एक डीसीएम का ड्राइवर गाड़ी में फस गया जिसे कड़ी मशक्कत के बाद मौके पर पहुंची डायल हंड्रेड की पुलिस ने डीसीएम के गेट को काटकर ड्राइवर की जान बचाई और उसे सकुशल इलाज के लिए शाहजहांपुर अस्पताल भेज दिया ।

अजीत सिंह सैनी gnd news

पत्नी ने बच्चों संग मिलकर पति की पीट-पीटकर की हत्या, पत्नी और बच्चे फरार

अमरदीप सिंह, लखीमपुर खीरी / जिले के कोतवाली सदर की एलआरपी पुलिस चौकी के पास पिपरिया गांव में एक महिला ने अपने बेटे और बेटी के साथ मिलकर अपनेे पति की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी । पिपरिया गांव में नट बिरादरी…
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Tuesday, December 18, 2018

Monday, December 17, 2018

पुलिस अधीक्षक खीरी श्री मती पूनम का बहुत ही सराहनीय कार्य

लखीमपुर खीरी।वाट्सएप से प्राप्त प्रार्थना पत्र के आधार पर  एसपी पूनम ने आरक्षी जयप्रकाश यादव को उसकी पारिवारिक समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए 03 दिन का आकस्मिक अवकाश स्वीकृत किया गया है। एक एक अवकाश के लिए आरक्षी को एसपी के पास पेश होना पड़ता था। एसपी की इस कार्यशैली की पूरे विभाग में चर्चा है।
By
अजीत सिंह सैनी न्यूज़ ब्यूरो
GND NEWS
9839633639

Wednesday, December 12, 2018


  1. 1 जनवरी से आप लगातार समाचार देख व पढ़ पाएंगे
  2.   धन्यवाद..
  3.  ब्यूरो चीफ...अजीत सिंह सैनी
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